इसी खिड़की पर कल तक
काले–हरे परदे लगे हुए थे
बगल की सड़क पर से गुज़री हुई
हर मायूसी उसकी बुनाई में खो चुकी थी
आज सफ़ेद चिकनकारी का दुपट्टा ओढ़े हुए है
लंबा सफर काटके थका हुआ मन
नहा धो कर, टैलकम पाउडर लगाकर
नयी मायूसियाँ छुपाने के लिए
सज्ज!
Saee Koranne-Khandekar
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